लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे सीएम योगी, इस बार नहीं किया कन्या पूजन


 


 


लखनऊ( कोरोना वायरस के चलते देश में 21 दिन का लॉकडाउन जारी है। कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए लगातार सोशल डिस्टेंसिंग की अपील की जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बार नवरात्रि के नवमी के अवसर पर कन्या पूजन नहीं किया। सामन्य तौर पर वे हर साल नवरात्रि के समापन के मौके पर कन्या पूजन करते हैं। बता दें कि सीएम योगी गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर भी हैं और वहां के लिए नवरात्रि बेहद खास होती है। गोरक्षपीठ की परंपरा के मुताबिक, नवरात्र के पहले दिन से ही वहां अनुष्ठान शुरू हो जाता है। सारी व्यवस्था मठ के पहली मंजिल पर ही होती है। परंपरा है कि इस दौरान पीठाधीश्वर और उनके उत्तराधिकारी मठ से नीचे नहीं उतरते। पूजा के बाद रूटीन के काम और खास मुलाकातें ऊपर ही होती हैं। समापन नवमी के दिन कन्या पूजन से होता है। यह काम पीठ के उत्तराधिकरी या पीठाधीश्वर करते हैं। वर्षों से योगी आदित्यनाथ इस परंपरा को निभाते रहे हैं। इस बार कोरोना के कारण लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों के अनुपालन में उन्होंने कन्या पूजन भी नहीं किया। इससे पहले भी टूटी है परंपरा: यह पहला मौका नहीं है जब नवरात्रि के समापन पर उन्होंने कन्या पूजन न किया हो। इससे पहले 2014 में भी वे ऐसा कर चुके हैं। उस वक्त गोरखपुर कैंट स्टेशन के पास नंदानगर रेलवे क्रासिंग पर लखनऊ-बरौनी और मडुआडीह-लखनऊ एक्सप्रेस की टक्कर हो गई थी। योगी तब गोरखपुर के सांसद थे। घटना की गंभीरता से वाकिफ होते ही वर्षों की परंपरा तोड़कर वह मौके पर पहुंचे थे और इस हादसे में प्रभावित हुए लोगों की मदद की थी।